Indian vs USA Farmers। क्यों भारत का किसान आज तक भी अमेरिका के किसानों से इतने पीछे है?। Reason।

 ऐसा कार्य जिसे दुनिया के लगभग सभी देशों में किया जाता है लगभग इसीलिए बोल रहा हूं क्योंकि वेटिकेन सिटी, अंटार्कटिका,मोनाको जैसे देशों में खेती नहीं की जाती है खेती या तो इंसान अपनी पसंद से करता है या फिर मजबूरी में करता है।

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दोस्तों हम इस वीडियो में जानेंगे भारत का किसान अमेरिका के किसानों से इतने पीछे क्यों है? और इसका क्या कारण है?

अमेरिका और भारत के किसानों के मध्य अंतर जानने के लिए हम कुछ पॉइंट्स का सहारा लेते हैं जैसे

 1. Number 

2. Size

3. Qualification 

4. Farming method

5. Outputs 

6. Farmers Life

7. Farmer’s Earning

8. Suicide Rate

9. Technology 

तो इससे पहले मैं आपको बता दूं भारत एक कृषि प्रधान देश है। यहां पर 60 प्रतिशत आबादी कृषि पर निर्भर है जिसमें 45 प्रतिशत आबादी डायरेक्टली कृषि पर निर्भर है और पंद्रह प्रतिशत आबादी इनडायरेक्टली रूप से कृषि निर्भर है। वहीं दूसरी ओर अमेरिका एक हथियार प्रधान देश है  अमेरिका की इकोनॉमी हथियारों पर चलती है वहां पर कृषि से ज्यादा हथियारों का कारोबार किया जाता है।

 1. Number of Farmer’s:-

भारत में 116.9 मिलियन किसान है, वहीं अमेरिका में 2.2 मिलियन किसान है। अतः इनका डिफरेंस देखें तो भारत के किसान अमेरिका से लगभग 50 गुना ज्यादा है। अमेरिका में अनइंप्लॉयमेंट (बेरोजगारी) बहुत कम होने के कारण वहां के किसान कृषि पर बहुत कम निर्भर है, वहीं भारत में बेरोजगारी ज्यादा होने के कारण यहां के लोग कृषि पर ज्यादा निर्भर है। 

2. Size of Land:-

अर्थात प्रति किसान खेत की उपलब्धता जमीन की उपलब्धता कितनी है। as per Agriculture census 2015-16 के अनुसार भारत में एवरेज लैंड साइज ऑपरेशन होल्डिंग 1.08 हेक्टेयर प्रति किसान है कि जो 2010-11 में 1.15 हेक्टेयर प्रति किसान थी अर्थात यह धीरे-धीरे कम होती जा रही है वहीं दूसरी ओर अमेरिका में प्रति किसान एवरेज आपरेशनल लैंडहोल्डिंग 160 हेक्टेयर प्रति किसान है क्योंकि भारत में पीढ़ी-दर-पीढ़ी पारिवारिक बंटवारे के कारण जमीन का भी बंटवारा होता है जिसके कारण यह संख्या धीरे-धीरे कम होती जा रही है जबकि अमेरिका में ऐसा नहीं है।

 3. Qualification :-

भारत की एजुकेशन सिस्टम कमजोर होने के कारण भारत का किसान या तो अनपढ़ है या मुख्यतः बहुत कम पढ़े लिखे हैं जबकि अमेरिका में एजुकेशन सिस्टम मजबूत होने के कारण वहां के किसान बहुत अच्छे पढ़े-लिखे हैं जिसके कारण उनको अच्छी टेक्नोलॉजी का भी ज्ञान होता है जिसके कारण आज वो एडवांस फार्मिंग कर रहे हैं।

4. Farming Method :- 

भारत में आज भी 95 प्रतिशत किसान ट्रेडिशनल खेती कर है। वहीं अमेरिका के किसान एडवांस टेक्नोलॉजी आधारित खेती कर रहे हैं इसके साथ ही अमेरिका के किसानों को समय से पहले मौसम की जानकारी और होने वाली घटनाओं के बारे में पता लग जाता है जिसके कारण वह इसका सही से मैनेजमेंट कर पाते हैं। भारत में मुख्यतः मोनो क्रोपिंग पैटर्न होने के कारण यहां प्रॉडक्शन कम होता है वहीं दूसरी ओर अमेरिका में मुख्यतः मल्टी क्रॉपिंग पेटर्न अपनाया जाता है जिसके कारण वहां की प्रोडक्शन कैपिसिटी बहुत जाता है। भारत में मध्यम वर्ग और गरीब किसान खेती करता है जिसके कारण वह अपने काम में प्रोफेशनल्स नहीं ला पाता जबकि अमेरिका में खेती का काम बिजनेस कॉर्पोरेट के हाथों में होता है जो अपना काम प्रोफेशनल मैन फोर्स के द्वारा संभाला जाता है।

 5. Outputs:-

इसका मतलब है कि आप प्रति हेक्टेयर भूमि पर कितना प्रोडक्शन प्राप्त कर रहे हैं अमेरिका में भारत के मुकाबले ज्यादा आउटपुट प्राप्त किया जाता है और भारत के किसानों को अमेरिका के तुलना में बहुत कम प्रोडक्शन प्राप्त होता है।

 6.Farmers Life :-

भारतीय किसान को बीमा लोन जैसी सुविधाएं समय पर नहीं मिल पाती है जिसके कारण वह धीरे-धीरे और भी कर्ज में डूब जाता है। और समय के साथ उबर नहीं पाता है। जबकि अमेरिका में यह समस्याएं भारत की तुलना में बहुत कम है।

 7. Farmer’s Earning :-

अकॉर्डिंग टू द सिचुएशन एसेसमेंट सवेँ एग्रीकल्चरल एंड हाउसहोल्ड 2013 के अनुसार भारत में औसत किसानों की आय औसतन 77824 रुपए है जो मासिक  6427 है जबकि दूसरी ओर अमेरिका में औसत किसानों की आय 43587 Doller होती है जो 3238422 होती है जो मासिक औसत आय 2 लाख 70 हजार रुपया  है।

 8. Suicide Rate :-

भारत में 2014 से 2019 के बीच 15356 किसानों ने आत्महत्या की जिसमें सबसे ज्यादा एक जनवरी 2019 से 28 फरवरी 2019 के मध्य इन दो महा में सबसे ज्यादा केस दर्ज किए गए इसका मुख्य कारण है लोन न चुका पाना, वर्षा की वजह से फसल बर्बाद होना, सूखा पड़ना तथा पारिवारिक समस्याएं। वहीं अमेरिका में यह आंकड़ा 2014 से 2018 के मध्य के 450 किसानों ने आत्महत्या की जो भारत के किसानों की तुलना में बहुत कम है।

 9. Technology:-

भारत में किसानों की संख्या बहुत ज्यादा होने के कारण यहां टेक्नोलॉजी का ट्रांसफॉर्मेशन या तो नहीं हो पाता अगर होता है तो वह धीरे-धीरे होता है और नीचे तक के किसानों के पास यह टेक्नोलॉजी नहीं पहुंच पाती है जबकि अमेरिका में एजुकेशन सिस्टम मजबूत होने के कारण वहां के किसान टेक्नोलॉजी का फायदा उठाते हैं वहीं दूसरी ओर अमेरिका के किसान पढ़े लिखे होने के कारण वह एडवांस फार्मिंग करते हैं तथा वह टेक्नोलॉजी का ट्रांसफॉर्मेशन बहुत तेजी से होता है इसलिए वहां के किसान भारतीय किसानों की तुलना में बहुत आगे हैं।

निष्कर्ष

मैं आशा करता हूं कि आपको मेरे द्वारा दी गई यह जानकारी जरूर पसंद आयी होगी और मेरी हमेशा यही कोशिश रहती है कि ब्लॉग पर आए सभी पाठकों को कृषि संबंधित सभी प्रकार की जानकारी प्रदान की जाए जिससे उन्हें किसी दूसरी साइट या आर्टिकल को खोजने की जरूरत जरूरत ना पड़े। इससे पाठक के समय की भी बचत होगी और एक ही प्लेटफार्म पर सभी प्रकार की जानकारी मिल जाएगी। अगर आप इस आर्टिकल से संबंधित अपना कोई भी विचार व्यक्त करना चाहते हैं तो नीचे कमेंट बॉक्स में अपना सुझाव अवश्य दें।

                   यहां आने के लिए धन्यवाद।

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