कैसे कमाए बांस की खेती से करोड़ों रुपए।जानिए कैसे होती है इसकी खेेती।

बांस वानिकी एक खेती और कच्चे माल का उद्योग है जो 2019 में वैश्विक स्तर पर 72 बिलियन डॉलर से अधिक मूल्य के व्यापक बांस उद्योग के लिए कच्चा माल प्रदान करता है।

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किसान अब बांस की खेती करके करोड़ों की कमाई कर सकते हैं। मोदी सरकार ने जनवरी 2018 में बांस काटने पर फारेस्ट एक्ट हटा दिया जिससे अब बांस कृषि भूमि पर काटना कानूनी अपराध नहीं माना जाएगा। बांस को पेड़ की केटेगरी से हटा दिया।

अब बांस काटने पर फॉरेस्ट एक्ट नहीं लगेगा, जबकि कांग्रेस के शासन में बांस काटने तक पर वन कानून लागू हो जाता था तथा एफआईआर होती थी।

आप भी कुछ नए तरीके से खेती कर सकते हैं। ऐसे में आपके लिए बांस की खेती करना अच्छा आइडिया हो सकता है। इस खेती में आपको थोड़ा टाइम तो देना होगा, लेकिन इसके बाद इससे अच्छे पैसे कमा सकते हैं। इसकी खास बात ये भी है कि अब बांस की खेती करने के नियम भी पहले से काफी आसान हो गए हैं, ऐसे में आप इसका फायदा उठा सकते हैं।

आइए जानते हैं आप किस तरह से इसका फायदा

 उठा सकते हैं।

फसल की कटाई पांचवें वर्ष से शुरू की जा सकती है।  दूसरी ओर, वाणिज्यिक खेती के मामले में छठे वर्ष से कटाई करनी चाहिए।  पहली फसल – पांचवे वर्ष में, 5 फलियों की कटाई की जा सकती है, उसके बाद सातवें वर्ष में 7 फलकों की और इसी तरह से।
पांच साल की अवधि में फैले एक एकड़ बांस के पौधे के लिए यूनिट की लागत लगभग 9400 रुपये है।  और जैसा कि हमने ऊपर उल्लेख किया है, कटाई पांचवें वर्ष से शुरू होती है।  बाँस के बागान से उपज और आय, प्रत्येक वर्ष,पांचवें वर्ष से शुरू होती है।अत: हम कह सकते हैं कि बाँस एक ऐसी नकदी फसल है जिसमें कम गाद की अवधि होती है, तेजी से विकास होता है और आर्थिक आवर्ती रिटर्न देता है, पीढ़ी दर पीढ़ी।

क्यों है अच्छी इनकम वाली खेती

किसान अब बांस की खेती करके करोड़ों की कमाई कर सकते हैं। भारत सरकार ने व्यापक पैमाने पर खेती के लिए राष्ट्रीय बैंबू मिशन भी बनाया है। जिसके तहत किसान को बांस की खेती करने पर प्रति पौधा 120 रुपये की सरकारी सहायता भी मिलेगी। साथ ही अब इसकी खपत ज्यादा हो रही है, ऐसे में आपको इसका अच्छा पैसा भी मिलेगा।

बांस के द्वारा बनने वाले उत्पाद जो आप इन्हें बनाकर बाजार में बेच सकते हैं।

01- बांस का फूलदान
02- बाँस की बोतलें
03- बाँस की कुर्सियाँ
04- बांस के गहने
05- बाँस की ट्रे
06- बाँस की गांठ का शेड
07- रिंगाल लम्प शेड
08- बाँस की कलम रखने वाला
09- बी। पत्रिका धारक
10- रिंगाल डस्टबिन
11- बांस का हैंगर
12- बाँस की कलम
13- बांस का मग
14- बांस चोपस्टिक
15- बांस की कटार
16- बाँस का झाड़ू
17- बाँस का भूसा
18- बैम्बू डिनर सेट
19- बाँस कलर ट्रे सेट
20- बहुउद्देश्यीय बक्से
21- बाँस का कंघा
22- बाँस का चम्मच
और भी बहुत सारे उत्पाद है जो आप बनाकर भेज सकते हैं।

सरकार ने क्या कानून बदला?

जनवरी 2018 में केंद्र सरकार ने बांस को पेड़ की कैटेगरी से हटा दिया. हालांकि ऐसा सिर्फ निजी जमीन के लिए किया गया है। जो फारेस्ट की जमीन पर बांस हैं उन पर यह छूट नहीं है। वहां पर वन कानून लागू होगा।

किस तरह होती है खेती?

बांस की खेती एक सीजन की खेती नहीं होती है, इसके लिए आपको समय देना होता है। इसकी खेती में करीब 4-5 साल लगते हैं। बांस के पौधे कुछ मीटर दूरी पर लगते हैं।कई किसान इसकी खेती के साथ ही बीच में आसानी से होने वाली कोई दूसरी खेती भी कर लेते हैं। तीन साल में औसतन 240 रुपये प्रति प्लांट की लागत आएगी. जिसमें से सरकार भी आपकी मदद करती है और बांस की खेती के लिए आपको 120 रुपये प्रति प्लांट सरकारी सहायता देती है।

बांस सही टिकाऊ निर्माण सामग्री है, यह तेजी से विकसित हो रही है और इसमें एक विशिष्ट तन्य शक्ति है जो स्टील को टक्कर देती है।जबकि हम में से कई लोग बांस को कुछ पंडों के रूप में खाना पसंद करते हैं, क्या आप जानते हैं कि तेजी से बढ़ती घास भी एक अविश्वसनीय निर्माण सामग्री है?  बांस दुनिया में सबसे तेजी से विकसित होने वाले संयंत्र में से एक है जो इसे वास्तव में टिकाऊ संसाधन बनाता है।

यह लकड़ी, ईंट, या कंक्रीट की तुलना में एक उच्च विशिष्ट संपीड़ित ताकत है, और एक विशिष्ट तन्यता ताकत है जो स्टील को प्रतिद्वंद्वी करती है।  बांस सदियों से एक लोकप्रिय निर्माण सामग्री रही है।

यह कटाई करना और परिवहन करना, नवीकरणीय करना आसान है, और बहुत ही शानदार वास्तुकला के लिए एक मजबूत ढांचा प्रदान करता है।  लेकिन दुनिया भर के डिजाइनर मोबाइल फोन के मामलों से लेकर साइकिल तक हर चीज के विकल्प के रूप में बांस की ओर रुख कर रहे हैं।

खेती शुरू करने से पहले इस बात का रखना है ध्यान

खेती शुरू करने से पहले आपको बांस की किस्मों की जानकारी लेनी होगी। इसके बाद आपको यह तय करना होगा कि आप किस तरह के बांस लगाना चाहते हैं और आप किस तरह से इसे बाजार में बेचने वाले हैं। दरअसल, बांस की 136 प्रजातियां होती हैं। इस वजह से आपको काफी मुश्किल भी हो सकती है।

क्या है कमाई का गणित?

ऐसा माना जाता है कि अगर आप 3 गुणा 2.5 मीटर पर पौधा लगाते हैं तो एक हेक्टेयर में करीब 1500 प्लांट लगेंगे। साथ में आप दो पौधों के बीच में बची जगह में दूसरी फसल उगा सकते हैं। 4-5 साल बाद 3 से 3.5 लाख रुपये की कमाई होने लगेगी। हर साल रिप्लांटेशन करने की जरूरत नहीं। क्योंकि बांस की पौध करीब 40 साल तक चलती है।

निष्कर्ष :

मैं आशा करता हूं कि आपको मेरे द्वारा दी गई यह जानकारी जरूर पसंद आयी होगी और मेरी हमेशा यही कोशिश रहती है कि ब्लॉग पर आए सभी पाठकों को कृषि संबंधित सभी प्रकार की जानकारी प्रदान की जाए जिससे उन्हें किसी दूसरी साइट या आर्टिकल को खोजने की जरूरत जरूरत ना पड़े। इससे पाठक के समय की भी बचत होगी और एक ही प्लेटफार्म पर सभी प्रकार की जानकारी मिल जाएगी। अगर आप इस आर्टिकल से संबंधित अपना कोई भी विचार व्यक्त करना चाहते हैं तो नीचे कमेंट बॉक्स में अपना सुझाव अवश्य दें।

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