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Terrace Garden – एक अच्छा टेरेस गार्डन कैसे उगाया जाए।

Terrace Gardening का प्रचलन मुख्यतः शहरों में तेजी से बढ़ रहा है। छत पर गार्डन के लिए ज्‍यादातर प्लास्टिक बैग्स का इस्‍तेमाल करें मिट्टी के भारी भारी गमलों आदि से बचें

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Table of Contents

Terrace Gardening क्या है ?

👉 वह बगीचा जिसे आप अपने मकान या बिल्डिंग की छत पर लगाकर उसमें ताजा सब्जियां फल तथा विभिन्न प्रकार के फूल उगा सकते हैं।
👉 इसको आप मिट्टी के गमले, कंटेनर या अन्य बर्तनों में मिट्टी भरकर उसमें फल व सब्जी उगा सकते हैं।

अगर आप सोचते हैं कि मेरे को बाजार की हानिकारक फल व सब्जियां नहीं खानी पड़े तथा किसी पास के बगीचे के बजाय अपने बगीचे में घूमना पसंद है तो उसके लिए Terrace Gardening सही चुनाव हो सकता है।

क्यों जरूरी है Terrace Gardening?

आधुनिक समय में बढ़ते पेस्टिसाइड के प्रयोग तथा उसके प्रभाव से बचने के लिए आज लोग अपने ही छत पर जैविक खाद द्वारा जैविक फल सब्जियां तथा अन्य पौधे उगा रहे हैं, जिससे अपने व अपने बच्चों के भविष्य को बचाया जा सकता है। भविष्य का अर्थ है सेहत, जो हमारे जीवन में सबसे महत्वपूर्ण होती है।
यहां बाजार में पुरानी फल व सब्जियों के बजाय ताजा फल सब्जियां मिल जाती है।

Terrace Gardening के फ़ायदे।

आपको Terrace Gardening अपने घर की छत पर कैसे करें यह बताने से पूर्व उसके फायदे के बारे में जान लेना चाहिए। जिससे आप मे Terrace Gardening करने का उत्साह जीवित हो।

1. ताजा व पौष्टिक फल तथा सब्जियों की आपूर्ति :-

अगर आप के बगीचे में हर दिन घर पर उगने वाली सब्जियों और फलों की ताजा पूर्ति हो तो इससे बेहतर क्या ही होगा। 

कल्पना करो आपको कैसा लगेगा जब गर्म टमाटर सूप को आप अपने बगीचे से ताजा टमाटर तोड़कर उपयोग करके तैयार करते हैं। और वह पोषण से भरपूर होता है।

2. रसायन मुक्त उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं।

हानिकारक रसायन रहित उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं, क्योंकि आजकल हानिकारक रसायनों का उपयोग खेती में इस तरह बढ़ गया है, कि पंजाब तथा केरल की बात करें तो वहां आज अधिकांश लोग कैंसर जैसी भयानक बीमारियों से जूझ रहे हैं। इसलिए आप Terrace Gardening करके जैविक खाद द्वारा जैविक खेती करके शुद्ध व ताजा उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं। तथा स्वस्थ रह सकते हैं।

3. AC (एयर कंडीशनर) का बड़ा बिल बचा सकते हैं। :-

Terrace Gardening करने से आपके घर को ठंडा रखने में मदद मिलती है। यह उन लोगों के लिए अच्छा साबित हो सकता है, जो अधिक तापमान वाले क्षेत्रों में रहते हैं। आप की छत पर उगने वाली सभी पौधे सूक्ष्म वातावरण बनाते हैं, और उस जगह के तापमान को कम कर देते हैं। इसलिए जब आप पोष्टिक घरेलू भोजन का आनंद लेते हैं, तो आप AC के बड़े बिल से भी बच सकते हैं।
 

4.  कार्बन की मात्रा को कम करता है।

अपने घर पर एक बगीचे का निर्माण करके आप पर्यावरण की मदद करेंगे और कार्बन की मात्रा भी कम होगी। क्योंकि आपके द्वारा उगाए जाने वाले पौधे हवा की गुणवत्ता में सुधार करेंगे। रासायनिक पदार्थों का उपयोग करके की जाने वाली खेती मिट्टी की गुणवत्ता को खराब करती है, और वायु तथा पानी को प्रदूषित करती है। आप घर पर बगीचा लगाकर आपके आसपास के वातावरण को शुद्ध बना सकते हैं।

5. आप प्रकृति से निरंतर जुड़े रहते हैं।

आपके घर पर Terrace Garden होने से आपको 24*7 प्रकृति का उपयोग करने का मौका मिलता है। जैसा कि वह कहते हैं, “प्रकृति मनुष्य का सबसे अच्छा दोस्त है”। यह आपको दुनिया के सभी तनाव और अराजकता से दूर रखता है। अपने स्वयं का टेरेस गार्डन होने का मतलब है कि हर समय अपने शांतिपूर्वक कोने तक पहुंचना।

6. आप को फिट रखने में मदद करता है।

बागवानी हमेशा एक महान अभ्यास है। आप अपने बगीचे को बनाए रखने में जितना अभ्यास या प्रयास करेंगे आप को फिट और सक्रिय रहने में उतनी ही मदद मिलेगी। अपने पौधों की देखभाल करना, उन्हें पानी देना और अन्य गतिविधियां आपको शारीरिक व मानसिक रूप से सक्रिय रखेगी और आपके रोजमर्रा के उबाऊ व्यायाम से दूर रह सकते हैं।

  

Terrace Garden बनाने में ध्यान देने योग्य बातें।

👉 एक बार जब आप अपने छत के बगीचे के निर्माण के बारे में मन बना लेते हैं, तो आपको एक चेक लिस्ट बनानी होगी जिससे आपको शुरू करने में मदद मिलेगी।
अपने Terrace Garden का एक स्कैच तैयार करें।
👉 सबसे पहले आपको स्कैच या रूपरेखा तैयार कर लेनी चाहिए। जिससे बागवानी लगाते समय अनावश्यक समस्याओं का सामना ना करना पड़े। रूपरेखा बनाते समय तय करें कि किस दिशा या कोने में कौन सी सब्जी या फल उगाना है, तथा कितनी जगह पर उगाना है।
👉 आप चाहे ऊर्ध्वाधर (vertical), क्षैतिज (horizontal) Terrace Gardening कर सकते हैं।

Note :- आप अपने दैनिक प्रकृति की शुद्ध हवा प्राप्त करने के लिए अपने बगीचे के केंद्र में बैठने तथा आराम करने की व्यवस्था भी कर सकते हैं।

Terrace Gardening के लिए आवश्यक उपकरण :-

जब आप अपने टेरेस गार्डन में काम करना शुरू करेंगे तो बागवानी उपकरण काम आएंगे। आप बागवानी उपकरणों की सूची से चिपक कर रह सकते हैं, और अपने व अपने बटुए को एक भारी यात्रा से बागवानी की दुकान तक बचा सकते हैं।

ये 5 उपकरण आपको एक मजबूत शुरुआत करने में मदद करेंगे।

1. करणी या खुरपा – खरपतवार हटाने के लिए उपयोगी।
2. नली पाइप व पानी की टंकी – पौधों में पानी देने के लिए।
3. बेलचा – मिट्टी को खोदने के लिए उपयोगी।
4. बागवानी रेक – पौधों के छोटे-छोटे गमलों को रखने के लिए उपयोगी जिससे कम स्थान पर अधिक पौधे रखे जा सकते हैं।
5. प्रूनिंग कैंची – पौधों की कटाई व  छटाई के लिए उपयोगी।

गार्डन की मिट्टी कैसे तैयार करें ?

👉 अगर मिट्टी स्वस्थ होगी तो पौधा स्वस्थ होगा और पौधा स्वस्थ होगा तो आप भी स्वस्थ रहेंगे। वह मिट्टी जो पूर्णतया पोषित सूक्ष्म जीवों युक्त तथा वातानुकूलित है, वह पौधे को सभी प्रकार का पोषण देगी। इसलिए मिट्टी की उर्वरता अच्छी होनी चाहिए। अच्छी उर्वरता की खाद तैयार करने के लिए घर का कचरा (फल व सब्जियों के छिलके) छाछ, गोबर, सुखी व हरी पत्तियां आदि को गला कर तैयार की जा सकती है। इसके लिए आपको अधिक पैसा खर्च करने की आवश्यकता भी नहीं होती है। इसको बनाने के लिए आप एक गड्ढा बना ले तथा उसमें फल व सब्जियों के छिलके,ताजा व सूखी पत्तियां  तथा गोबर आदि मिलाकर डाल दे और कुछ समय के लिए छोड़ दें। जब यह गलकर तैयार हो जाएं तो इसे मिट्टी में मिला कर काम में ले सकते हैं।

👉 केंचुए की खाद मिलाकर भी उर्वरता बढ़ा सकते हैं मिट्टी ज्यादा कठोर व अधिक हल्की नहीं होनी चाहिए। खेत से उर्वर मिट्टी लेकर उसमें जैविक खाद मिलाकर काम में ले सकते हैं। रासायनिक उर्वरकों का प्रयोग करने से बचें क्योंकि यह उर्वरक मिट्टी को दूषित करते हैं, साथ ही आपके स्वास्थ्य को बहुत बड़ी हानि पहुंचाते हैं। और मिट्टी में उपस्थित लाभदायक बैक्टीरिया तथा रोगाणुओं को हानि पहुंचाते हैं।
यदि आप इस झंझट से बचना चाहते हैं तो खाद बाजार से लाकर मिट्टी में मिला कर काम में ले सकते।

👉 जैविक खाद घर पर कैसे तैयार करें यह जानने के लिए यहां पढ़े।

वायु अवरोधक :-

यदि आपके द्वारा लगाए गए पौधे सीधे तेज हवा के संपर्क में है, तो उनको नुकसान पहुंच सकता है। इसके लिए आप वायु अवरोधक का इस्तेमाल कर सकते हैं। लेकिन आपको सुनिश्चित करना होगा कि पौधों को उचित वायु परिसंचरण मिलता रहे अन्यथा पौधे को हानि हो सकती है। आप हवा की दिशा का पता लगाकर उसी दिशा में हवा के विपरीत कुछ अवरोधों का निर्माण कर सकते हैं।
जैसे :-  हेज लगा सकते हैं, बाड़ लगा सकते हैं तथा शेल्टरबेल्ट प्रभावी वायु अवरोधक हो सकते हैं।

पौधों के लिए प्रकाश में छाया का चुनाव कैसे करें?

जब आप Terrace Gardening करते हैं, तो खेत में खुले स्थान के जैसे एक समान प्रकाश पौधों तक नहीं पहुंचता इसके लिए छत पर ऐसे स्थान का चुनाव करें जहां अधिक प्रकाश तथा अधिक छाया रहती है। ऐसे स्थानों का चुनाव करने के पश्चात आपके द्वारा बनाई गई पौधों की सूची का अवलोकन करें तथा जिस पौधे को अधिक धूप चाहिए उसे छत पर अधिक धूप रहने वाले स्थान पर रखें या उगाए तथा जिस पौधे को कम प्रकाश या अधिक छाया की आवश्यकता रहती है, उसे छत पर जहां अधिक छाया रहती है उसी स्थान पर उगाये।

Terrace Gardening  की शुरुआत कैसे करें?

आप अपने छत के बगीचे में कुछ भी और सब कुछ विकसित कर सकते हैं। जैसे सब्जियां, जड़ी बूटियां, फल, झाड़ियां तथा माइक्रोग्रेन से लेकर फूलों तक। 

👉 यदि आप एक शुरुआत कर रहे हैं, तो आप पालक, मूली, धनिया आदि सब्जियों से शुरुआत कर सकते हैं। क्योंकि इन सब्जियों को न्यूनतम प्रयासों के साथ किसी भी मौसम में उगाया जा सकता है।

👉 अपने पौधे को ऐसे स्थान पर रखें जहां शिकारियों से सुरक्षित रहें तथा धूप पर्याप्त मात्रा में मिले।

👉 किस मौसम में कौन सी सब्जी उगाई जाती है उसका चार्ट बनाकर बागवानी की शुरुआत कर सकते हैं।

Terrace Gardening की देखभाल व रखरखाव :-

1. पानी देना :-

 सुबह पौधों को पानी देना उन्हें हाइड्रेटेड रखने और प्रकाश संश्लेषण प्रक्रिया का समर्थन करने का एक शानदार तरीका है। छत के बगीचों में मिट्टी जल्दी सूख जाती है, इसलिए हर दिन पानी देना चाहिए। आप पौधे को पानी वाटर केन,नली तथा ड्रिप की सहायता से दे सकते हैं।

2. कीड़े तथा बीमारियां :-

 कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप अपने पौधों की कितनी अच्छी देखभाल करते हैं कीट आप के पौधे पर दावत के लिए अपना रास्ता खोज लेंगे। आप अपने पौधों को सुरक्षित रखने के लिए प्राकृतिक कीटनाशकों का उपयोग कर सकते हैं।

👉 प्राकृतिक कीटनाशक कैसे बनाएं इसके लिए यहां देखें।

3. पक्षियों से बचाव :- 

Terrace Gardening पर पक्षियों द्वारा अधिक हानि पहुंचाई जा सकती है, इसके लिए आप छत पर ऊपर तथा चारों ओर जाल का उपयोग कर सकते हैं।

4. पलवार (Mulching) :-

  पौधों में नमी बनाए रखने तथा वाष्पीकरण को कम करने के लिए पलवार का उपयोग कर सकते हैं। पलवार के रूप में आप घास, कटे हुआ लकड़ी के टुकड़े,फलों के छिलके आदि को काम में ले सकते हैं।

Terrace Gardening  के निर्माण के लिए सुझाव :-

यह सुझाव आपके लिए उपयोगी साबित होंगे जब आप अपने टेरेस गार्डन बनाने के बारे में सोचेंगे और उन सभी बाधाओं का प्रबंधन करोगे जो आपके सामने आ सकती हैं।

1. पुरानी वस्तुओं का पुनः उपयोग करें :-

 यदि आप नए उपकरण खरीदकर बगीचा बनाना चाहते हैं, तो यह आपके लिए थोड़ा महंगा हो सकता है। इसलिए घर पर पड़ी पुरानी लकड़ी, फर्नीचर, पुराने डिब्बों, कार्डबोर्ड बॉक्स, पेंट बॉक्स, खाद्य कंटेनर इन सभी को एक कंटेनर में बदलकर पैसा बचा सकते हैं। इसके लिए आपका बटुआ भी आपको धन्यवाद देगा।

2. बाजार में जैविक खाद खरीदने के बजाय घर पर ही बनाने का प्रयास करें।

Note:-  जैविक खाद व दवाइयां घर पर कैसे बनाएं यहां देखें।

3. छत को क्षतिग्रस्त होने से बचाएं :-

 किसी भी प्रकार का पौधा लगाने से पूर्व उसकी जड़ों की लंबाई का पता लगा ले तथा उसी अनुरूप छत तैयार करें। जिससे होने वाली हानि से बचा जा सकता है।

4. जल निकासी :- 

छत पर पौधे लगाने से पहले पानी को निकालने का उचित पर प्रबंधन करना चाहिए। अन्यथा छत पर पानी इकट्ठा होकर आपकी छत को नुकसान पहुंचा सकता है।

5. शुरुआत में कम रखरखाव वाले पौधे उगाए जिससे धीरे-धीरे सीखें तथा उसके बाद दूसरे पौधे लगाए।

6. Terrace Gardening में निवेश :- 

इसमें निवेश मुख्यता एक बार ही करना पड़ता है, उसके बाद आपका खर्चा कम हो जाता है।

FAQ’S

Terrace Gardening क्यों सुरक्षित है?

Terrace Garden मैं जैविक खेती करके आप धीमे जहर, हार्मोन का असंतुलन, गर्भपात की घटना, प्रेगनेंसी में देरी, कैंसर, कमजोर प्रतिरोधक क्षमता तथा हार्ट अटैक जैसी भयानक बीमारियों से बच सकते हैं। तथा स्वस्थ रह सकते हैं।

मेरे घर के बगीचे में किस प्रकार की मिट्टी और खाद का इस्तेमाल करना चाहिए ।

आप सामान्य मिट्टी, वर्मी कंपोस्ट तथा घर पर तैयार खाद को सामान्यत मिट्टी में मिलाकर काम में ले सकते हैं।

बगीचे की मिट्टी को कितने दिन में बदलने की आवश्यकता है। 

मिट्टी बदलने की जरूरत नहीं है, यदि मिट्टी में किसी प्रकार की बीमारी तथा दीमक नहीं लगी हो तो। निरंतर अच्छी तैयार हुई खाद का प्रयोग करते रहें।


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निष्कर्ष
मैं आशा करता हूं कि आपको मेरे द्वारा दी गई यह जानकारी जरूर पसंद आयी होगी और मेरी हमेशा यही कोशिश रहती है कि ब्लॉग पर आए सभी पाठकों को कृषि संबंधित सभी प्रकार की जानकारी प्रदान की जाए जिससे उन्हें किसी दूसरी साइट या आर्टिकल को खोजने की जरूरत जरूरत ना पड़े। इससे पाठक के समय की भी बचत होगी और एक ही प्लेटफार्म पर सभी प्रकार की जानकारी मिल जाएगी। अगर आप इस आर्टिकल से संबंधित अपना कोई भी विचार व्यक्त करना चाहते हैं तो नीचे कमेंट बॉक्स में अपना सुझाव अवश्य दें।

                   यहां आने के लिए धन्यवाद।

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